तुम्हारा मुझसे मिलना, मृत्यु सा सुखदायी था जहाँ सभी दुख तजे जाते हैं, जहाँ परमात्मा की आस होती है, जहाँ नश्वरता को त्याग कर अमरता की राह मिलती है तुम मुझे तभी मिली जब मैं सिर्फ तुम्हारा होना चाहता था । © ANKESH VERMA
प्रेम, समाज और कल्पना का समागम..