हमारी आखिरी मुलाकात के बाद
मैंने कुछ गौर किया
हम मिलते हैं
ढेर सारी बातें करते हैं
इस दौरान हमारे बीच झगड़े भी हुए
दोनों रूठे और उठ कर चल दिए
इस मिलने,रूठने और चल देने में
हमारे बीच बातों का सिलसिला कमजोर हुआ है
जो मेरे लिए बड़ा नुकसान है
अब जब अगली बार मिलेंगे
एक दूसरे से बोलेंगे नही
हम बंद जुबान से
ढेर सारी बातें करेंगे
एक दूजे की खुली आँखों मे देखते हुए
इस तरह मैं अपने नुकसान की भरपाई कर लूंगा..!
- अंकेश वर्मा
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