सवाल ये नही है भाई कि सवाल क्या है
सवाल ये कि, क्या सवाल होना चाहिए
हिन्दू और मुसलमा के नाम पर झगड़े हैं
इस बात पर हुक़्मरां से बवाल होना चाहिए
तुम काबिल हो नाकाबिल वक्त की बात है
तुम्हारे पास कोई एक कमाल होना चाहिए
लोग कानून को तोड़ने का हुनर सिखाते हैं
पर, देश में कानून का मिशाल होना चाहिए
ये मीडिया बलात्कार पर भी जिरह करती है
ये हुआ क्यों असल में ये सवाल होना चाहिए
दूर गली के कोने में वेश्या फुलझड़ी बनी है
वेश्य, वेश्या क्यों है ये मलाल होना चाहिए
© अंकेश वर्मा
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